बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है। तांबे की कीमतें 760-775 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष के बढ़ने के बाद अमेरिका और यूरोप ने रूस पर प्रतिबंध लगाने के फैसले से बढ़ते तनाव के बीच शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में कल मिला-जुला रुझान रहा जबकि एलएमई में भी कीमतों में तेजी का रुझान रहा। एलएमई ने गुरुवार को कहा कि यदि पश्चिमी सहयोगियों द्वारा प्रतिबंध से रूस द्वारा उत्पादित प्रमुख औद्योगिक धातुओं जैसे
एल्युमीनियम और निकल का व्यापार प्रभावित होता हैं तो लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) बाजार में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए तैयार है। तनावपूर्ण यूक्रेनी-रूसी संघर्ष के कारण अमेरिकी डॉलर सूचकांक 30 जून, 2020 के बाद फिर 97.74 के नये उच्च स्तर पर पहुँचा गया है। तनावपूर्ण यूक्रेनी-रूसी संघर्ष के कारण आर्थिक स्थिरता को कमजोर करने वाली भू-राजनीति के बारे में निवेशकों की चिंता बढ़ रही है। इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप के अनुसार वैश्विक स्तर पर रिफाइंड तांबे के
बाजार में नवंबर में 79,000 टन की कमी देखी गयी, जबकि अक्टूबर में 34,000 टन की कमी थी। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 1,830 रुपये पर सहारा और 1,880 रुपये पर बाधा रह सकता है। रूस द्वारा पूर्वी यूक्रेन के दो अलग-अलग क्षेत्रों में सैनिकों को कार्रवाई का आदेश देने के बाद, जिससे मास्को पर युद्ध और प्रतिबंधें की आशंका बढ़ गयी जो रूसी निर्यात को बाधित कर सकती है, एल्युमीनियम और निकल की कीमतें कई वर्षो के उच्च स्तर पर पहुँच गयी। रूस दुनिया के
एल्युमीनियम का लगभग 6% और निकल का 7% उत्पादन करता है। आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 268 रुपये के सहारा के साथ 275 रुपये तक बढ़ सकती है। उच्च ऊर्जा लागत के कारण चीन और यूरोप में स्मेल्टर बंद होने और यूक्रेन पर रूस के साथ पश्चिम देशों के गतिरोध ने एल्यूमीनियम की आपूर्ति को कम कर दिया है। रियो टिंटो ने कहा है कि यूक्रेन संकट को लेकर मास्को पर संभावित अमेरिकी प्रतिबंध रूस के एल्युमीनियम उद्योग को प्रभावित कर सकते हैं।जिंक में बिकवाली हो सकती है और कीमतों को 298 रुपये पर सहारा और 305 रुपये पर रुकावट रह सकता है। लेड की कीमतें 185-189 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 25 फरवरी 2022)