सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों में 3,710 रुपये के स्तर सहारे के साथ 3,760 रुपये तक बढ़त दर्ज किये जाने की उम्मीद है।
सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 3,800-3,850 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
धीमी आवक के कारण सोयाबीन वायदा (नवम्बर) की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतें 4,275 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 4,350 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
सोयाबीन वायदा (नवम्बर) की कीमतों को 4,250 रुपये के पास सहारा मिल रहा है, जिससे कीमतों के फिर से 4,500 रुपये के उच्च स्तर पर पहुँचने की उम्मीद है।
सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 3,800 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 3,900-3,950 रुपये तक बढ़त दर्ज किये जाने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों के एक दायरे में रहने की संभावना है। कुल मिलाकर कच्चे तेल की कीमतें 3,580-3,660 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
पहली छमाही में नयी फसल की भारी आवक के कारण बिकवाली के दबाव से धनिया की कीमतों में लगभग 30% की गिरावट हुई।
बेस मेटल की कीमतों के साइडवेज रहने की संभावना है। अमेरिकी औद्योगिक उत्पादन के आँकड़ों से कीमतों को दिशा मिल सकती है।
बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं क्योंकि कोविड-19 के संभावित वैक्सीन पर अधिक प्रगति और उसके वितरण से वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेजी आने की संभावना और धातुओं की माँग में बढ़ोतरी की उम्मीद से कीमतों को मदद मिल सकती है जबकि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के मामलों में वृद्धि से बढ़त सीमित रह सकती है।
बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 770 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 765 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 743 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 735 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 715 रुपये के स्तर पर अड़चव के साथ 707 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 720 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 713 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 718 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 710 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 736 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 729 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतें तेजी के रुझान के साथ एक दायरे में कारोबार कर सकती है लेकिन उच्च स्तर पर मुनाफावसूली से इनकार नहीं किया जा सकता है।
बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 749 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 742 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 739 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 730 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 745 के स्तर पर रुकावट के साथ 740 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
Page 89 of 164
यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!