सुब्रमण्यम पशुपति
मैनेजिंग पार्टनर, कैपिटल सिंडिकेट
देश के ज्यादातर क्षेत्रों में अगर बारिश सामान्य रहती है, तो वित्त-वर्ष 2023-24 की दूसरी छमाही में भारतीय बाजार अनुमानों से आगे भी निकल सकते हैं। मुझे नहीं लगता है कि भारतीय बाजार के लिए अभी चिंता की कोई खास बात है और अगले एक साल में इसका प्रदर्शन वैश्विक बाजारों से बेहतर होगा।