शेयर मंथन में खोजें

वैश्विक बाजारों से धीमा रहेगा भारतीय बाजार

shahina mukadamशाहिना मुकदम
निदेशक, वरुण कैपिटल
बाजार को लेकर अभी मैं सावधान हूँ।

अगले छह महीनों के लिए तिमाही कारोबारी नतीजे ही बाजार के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं और तीसरी तिमाही के नतीजों में नकारात्मक वृद्धि दिखने की आशंका है। नोटबंदी के चलते 2016-17 की दूसरी छमाही में माँग वृद्धि पर असर होगा। ऋण वृद्धि की दर पिछले अनुमानों के मुकाबले कम होगी।
साल 2017 में भारतीय बाजार की चाल वैश्विक बाजारों की तुलना में कमजोर रहेगी। अगले छह महीनों में सेंसेक्स 28,000 और निफ्टी 8,600 पर होने की संभावना है, जबकि साल भर में सेंसेक्स 31,000 और निफ्टी 9,000 तक जा सकते हैं। इस साल निफ्टी का ऊपरी छोर 9,200 और निचला छोर 7,900 का हो सकता है। (शेयर मंथन, 05 जनवरी 2017)

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • उम्मीदों और चुनौतियों के बीच आगामी आम बजट (दिसंबर 2024 अंक)

    आगामी बजट बनाते वित्त मंत्री के सामने कई चुनौतियाँ हैं और इन चुनौतियों के चलते ही लोगों के मन में कई तरह की उम्मीदें भी हैं। क्या यह बजट विकास को तेज कर सकेगा, क्या लोगों को महँगाई की मार से बचाने में मदद कर सकेगा और क्या लोगों को थोड़े ज्यादा पैसे बचा पाने में मदद करेगा?

  • निवेश मंथन निवेशक शिक्षा सम्मान (विशेषांक - दिसंबर 2024)

    म्यूचुअल फंड उद्योग को निवेशक शिक्षा (इन्वेस्टर एजुकेशन) गतिविधियों में लगाये गये श्रम और संसाधनों का सुफल दिखने लगा है। इस उद्योग के अधिकांश खिलाड़ियों को यह समझ में आने लगा है कि निवेशक शिक्षा कोई नाम मात्र के लिए करने वाली चीज नहीं है, बल्कि यह उसके लिए एक मजबूत ग्राहक आधार तैयार करने की दिशा में काफी उपयोगी गतिविधि है।

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"