सुब्रमण्यम पशुपति
मैनेजिंग पार्टनर, कैपिटल सिंडिकेट
देश के ज्यादातर क्षेत्रों में अगर बारिश सामान्य रहती है, तो वित्त-वर्ष 2023-24 की दूसरी छमाही में भारतीय बाजार अनुमानों से आगे भी निकल सकते हैं। मुझे नहीं लगता है कि भारतीय बाजार के लिए अभी चिंता की कोई खास बात है और अगले एक साल में इसका प्रदर्शन वैश्विक बाजारों से बेहतर होगा।
घरेलू निवेश प्रवाह (इन्फ्लो) बाजार के लिए प्रमुख सकारात्मक पहलू है। मेरा अनुमान है कि मौजूदा वित्त-वर्ष में देश की जीडीपी बढ़ने की दर 6.2% रहेगी, जबकि 2024-25 में यह 6.8% रह सकती है। सेंसेक्स अगले एक साल की अवधि में 66,000 के आस-पास पहुँच सकता है, जबकि दिसंबर 2023 तक यह 65,500-66,000 के बीच रहेगा। निफ्टी 12 महीने में 20,500 पर, जबकि छह महीने में 19,500 से 19,750 के बीच रह सकता है।
(शेयर मंथन, 10 जुलाई 2023)
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