पशुपति सुब्रह्मण्यम, रिसर्च प्रमुख, वेंचुरा सिक्योरिटीज
भारतीय शेयर बाजारों में आज कमजोरी रहने की संभावना दिख रही है। इसके पीछे पहली बात यह है कि वैश्विक संकेत कमजोर दिख रहे हैं। दूसरी बात यह कि कुछ दिनों की तेजी के बाद एक नरमी की गुंजाइश हमेशा होती है। ऐसे में सेंसेक्स 9,300-9,400 के स्तरों के आसपास आधार बनाने की कोशिश करेगा। बाजारों में इस समय जो माहौल है, वह कारोबारियों के लिए अच्छा है। ऊपर के स्तरों पर खरीदारी नहीं आ पा रही है। ऐसे में शेयर बाजारों के एक निश्चित दायरे में रहने की उम्मीद है।
इस समय हमारी अर्थव्यवस्था को माँग में आयी कमी का सामना करना पड़ रहा है। एक नयी राहत योजना लाये जाने आहट जरूर है, लेकिन ऐसी योजनाएँ शेयर बाजारों को एक-दो दिनों की छोटी अवधि की तेजी के अलावा कुछ खास नहीं दे सकतीं। पिछली राहत योजना का कोई खास असर अब तक दिखायी नहीं पड़ रहा है। ऐसे में जब तक यह स्पष्ट नहीं होगा कि केंद्र में किसकी सरकार बनने वाली है, तब तक हालात ऐसे ही बने रहने की संभावना है। तब तक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भी कारोबारी नजरिये से काम करेंगे, निवेशक के नजरिये से नहीं।
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