निर्माण क्षेत्र पर किये गये फिक्की के ताजा तिमाही सर्वे में इस क्षेत्र में तेजी की रफ्तार आने वाले छह से नौ महीनों में बने रहने का अनुमान जताया गया है। इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था में जो तेजी लौटी थी, वो उसी रफ्तार से वित्त वर्ष 2022-23 की (अप्रैल से जून) पहली तिमाही और (जुलाई से सितंबर) दूसरी तिमाही में भी देखने को मिली। चालू वित्त वर्ष में जुलाई से सितंबर की दूसरी तिमाही में 61% से ज्यादा उत्तरदाताओं में उच्चतम उत्पादन स्तर देखने को मिला है।
यह पिछले कुछ वर्षों की दूसरी तिमाही में उच्च वृद्धि का अनुभव करने वाले उत्तरदाताओं के प्रतिशत से काफी अधिक है, जिसमें पूर्व-कोविड वर्ष भी शामिल हैं। यह मूल्यांकन दूसरी तिमाही में अधिक संख्या में ऑर्डर पाने वाली 54% इकाइयों के ऑर्डरबुक में भी दिखाई देता है।
फिक्की के ताजा सर्वे में दूसरी तिमाही में 10 प्रमुख उद्योगों मोटर वाहन उद्योग व ऑटो घटक, पूँजीगत वस्तुएँ, सीमेंट, रसायनिक उर्वरक व फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीन उपकरण, धातु और धातु उत्पाद, पेपर उत्पाद कपड़ा और कपड़ा उपकरण और अन्य के निर्माताओं की भावनाओं का आकलन किया गया है। बड़ी और लघु इकाइयों के तकरीबन 300 से अधिक निर्माताओं की प्रतिक्रियाएँ ली गयी हैं, जिनका संयुक्त सालाना कारोबार 2.8 लाख करोड़ रुपये का है।
(शेयर मंथन, 04 नवंबर 2022)