जब इक्विटी बाजार में उथल-पुथल होती है तो सोना और चाँदी एक सुरक्षित निवेश के तौर पर उभर कर सामने आते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (MOAMC) ने गोल्ड ईटीएफ और सिल्वर ईटीएफ की इकाइयों में निवेश करके लाभ हासिल करने के मकसद से मोतीलाल ओसवाल गोल्ड ऐंड सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड्स (एफओएफ) पेश किया है।
26 सितंबर को खुलेगा एनएफओ
यह न्यू फंड ऑफर (NFO) सोमवार, 26 सितंबर 2022 को खुलेगा और 7 अक्टूबर 2022 को बंद होगा। यह योजना गोल्ड ईटीएफ और सिल्वर ईटीएफ की इकाइयों में निवेश करके लाभ कमायेगी। इस योजना में आरंभिक झुकाव सोने की ओर होगा। इसमें एनएफओ के समय शुरुआती आवंटन सोने के पक्ष में 70:30 के अनुपात में होगा और दैनिक भार (वेटेज) बाजार के अनुरूप संचालित होगा। तिमाही समीक्षा के आधार पर इसमें सोने का अधिकतम भार (वेटेज) 90% पर सीमित रहेगा। फंड घराने के मुताबिक 'सोने के लिए प्रारंभिक उच्च आवंटन इसके उच्च आर्थिक मूल्य और अत्यधिक तरल (लिक्विड) होने के कारण है। इसके अतिरिक्त, यह चाँदी की तुलना में ज्यादा स्थिर है।' इसमें कुल व्यय अनुपात (Total Expense Ratio) रेगुलर में – 0.50% और डायरेक्ट में 0.15% रहने की आशा है। एनएफओ में आवंटन की तिथि 13 अक्टूबर 2022 रखी गयी है।
सोना मुद्रास्फीति के खिलाफ रक्षक
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के एमडी और सीईओ नवीन अग्रवाल का कहना है कि 'हम दुनिया भर में ऊँची महँगाई देख रहे हैं। सोना महँगाई के खिलाफ एक रक्षक है और ऐसे समय में मूल्य के भंडार के रूप में कार्य करता है। निवेश, गहने और चाँदी के बर्तनों के अलावा, चाँदी में हरित प्रौद्योगिकियों (ग्रीन टेक्नोलॉजी) सहित प्रमुख औद्योगिक इस्तेमाल हैं।' अग्रवाल का मानना है कि 'हम एक दिलचस्प मोड़ पर हैं क्योंकि अमेरिका और यूरोप की उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के मंदी की चपेट में आने का खतरा है, जबकि भारत विकास की संभावनाएँ दिखा रहा है।'
500 रुपये से आवेदन
मोतीलाल ओसवाल गोल्ड एंड सिल्वर ईटीएफ एफओएफ के लिए न्यूनतम आवेदन राशि 500 रुपये है और इसके बाद 1 रुपये के गुणकों में है। निवेशक अपने वित्तीय सलाहकार के माध्यम से या इस म्यूचुअल फंड पर लॉग-इन करके योजना की इकाइयों को खरीद सकते हैं।
मोतीलाल ओसवाल एएमसी का मानना है कि गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ एफओएफ एक अच्छा विविधीकरण (डाइवर्सिफिकेशन) देता है, क्योंकि सोने और चाँदी दोनों का इक्विटी से कम संबंध है। ये दोनों धातुएँ शेयर बाजार में आने वाली गिरावट से अच्छी सुरक्षा प्रदान करती हैं और गिरते बाजारों में बेहतर प्रदर्शन करती हैं। लिहाजा इस योजना के साथ निवेशक बाजार की अस्थिरता के खिलाफ जोखिम को कम करने में सक्षम होंगे। (शेयर मंथन, 25 सितंबर 2022)
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