मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Motilal Oswal Asset Management Company) के शीर्ष प्रबंधन में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।
अभी तक कार्यकारी निदेशक (Executive Director) की भूमिका निभा रहे प्रतीक अग्रवाल को नया प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं सीईओ बनाया गया है। वे अपनी नयी जिम्मेदारी शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024 से सँभालेंगे।
साथ ही, कंपनी के चीफ बिजनेस ऑफिसर (सीबीओ) अखिल चतुर्वेदी अब कार्यकारी निदेशक (ईडी) की जिम्मेदारी सँभालेंगे। अब तक कंपनी के एमडी एवं सीईओ रहे नवीन अग्रवाल अब इस समूह की मूल कंपनी यानी मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में वापस लौट गये हैं। इसके अलावा, इस समय मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड (Motilal Oswal Mutual Fund) के फंड मैनेजर की भूमिका निभा रहे निकेत शाह (Niket Shah) को मुख्य निवेश अधिकारी (चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर या सीआईओ) बनाया गया है।
प्रतीक अग्रवाल अक्टूबर 2022 में मोतीलाल ओसवाल एएमसी से जुड़े थे। उनके पास तीन दशकों का एक लंबा अनुभव है। मोतीलाल ओसवाल एएमसी से जुड़ने से पहले वे एएसके इन्वेस्ट मैनेजर्स के बिजनेस हेड एवं सीआईओ थे, जहाँ उन्होंने 11 वर्षों से अधिक समय तक अपनी सेवाएँ दीं। इससे पहले वे अक्टूबर 2007 से मार्च 2011 के बीच बीओआई एक्सा म्यूचुअल फंड के इक्विटी हेड और मई 2004 से सितंबर 2007 के बीच बीएनपी पारिबा म्यूचुअल फंड के इक्विटी हेड रहे थे। उन्होंने लगभग 10 वर्षों तक एसबीआई कैपिटल मार्केट्स को भी अपनी सेवाएँ दी थीं, जिसे उन्होंने अप्रैल 2004 में रिसर्च हेड के रूप में छोड़ा था।
अखिल चतुर्वेदी बीते 11 वर्षों से अधिक समय से मोतीलाल ओसवाल एएमसी के साथ हैं। वे इस फंड घराने के पूरे सेल्स और ऑपरेशंस का नेतृत्व करते रहे हैं। उन्होंने अपने करियर का आरंभ बिड़ला ग्लोबल फाइनेंस के साथ जनवरी 2000 में किया था। मार्च 2002 से मई 2007 तक उन्होंने बिड़ला म्यूचुअल फंड में अलग-अलग भूमिकाएँ निभायी। इसके बाद 6 साल से अधिक समय तक दाइवा एसेट मैनेजमेंट में रिटेल सेल्स का नेतृत्व करने के बाद जुलाई 2013 में वे मोतीलाल ओसवाल एएमसी से जुड़े।
निकेत शाह को 14 वर्षों से अधिक समय का अनुभव है। इस समय वे 18,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का प्रबंधन कर रहे हैं। नवीन अग्रवाल पिछले 23 वर्षों से मोतीलाल ओसवाल समूह का हिस्सा हैं और बीते 3 वर्षों से अधिक समय से वे एएमसी कारोबार का नेतृत्व कर रहे थे। मोतीलाल ओसवाल एएमसी की प्रबंधन अधीन संपत्ति (एयूएम) मार्च 2023 में 45,712 करोड़ रुपये से बढ़ कर मार्च 2024 के अंत में 71,810 करोड़ रुपये पर पहुँच गयी। (शेयर मंथन, 25 अप्रैल 2024)
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