डेब्ट-केंद्रित म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) योजनाओं पर घटे हुए विश्वास की वजह से जून महीने में निवेशकों ने म्यूचुअल फंड योजनाओं से 1,59,814 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की।
मई 2019 में म्यूचुअल फंड निवेशकों ने 76,989 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था। म्यूचुअल फंड उद्योग संगठन ऐम्फी (AMFI) की ओर से जारी आँकड़ों के मुताबिक जून में डेब्ट-केंद्रित म्यूचुअल फंड योजनाओं से शुद्ध निकासी (नेट आउटफ्लो) 1,71,349 करोड़ रुपये रही, जबकि मई में इन योजनाओं में 70,119 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (नेट इनफ्लो) दर्ज किया गया था।
बाजार की कुछ जानी-मानी कंपनियों की ओर से डिफॉल्ट और अदायगी में देरी की खबरों के बाद जून में म्यूचुअल फंड निवेशकों का डेब्ट-केंद्रित योजनाओं से विश्वास डगमगाता दिखा। इसी वजह से इन योजनाओं, जिनमें लिक्विड फंड, लो ड्यूरेशन फंड, ओवरनाइट फंड आदि शामिल हैं, से पूँजी की निकासी देखने को मिली। अकेले लिक्विड फंडों से जून में 1.52 लाख करोड़ रुपये की निकासी दर्ज की गयी।
लेकिन इन सब बातों के बावजूद जून 2019 के आखिर में म्यूचुअल फंड उद्योग का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढ़ कर 25.81 लाख करोड़ रुपये हो गया। मई के अंत में उद्योग का एयूएम 25.43 लाख करोड़ रुपये रहा था। इक्विटी-केंद्रित योजनाओं में जून महीने में 7,633 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया। (शेयर मंथन, 10 जुलाई 2019)