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राजीव रंजन झा : भारतीय शेयर बाजार के दिग्गज सूचकांक 17 मार्च से शुरू हुए इस हफ्ते के दौरान एकदम छोटे दायरे में अटके रहे हैं और सवाल बनता है कि क्या बाजार की मौजूदा चाल थक गयी है?
इससे बड़ा सवाल यह है कि क्या बाजार अपनी दिशा पलटने की तैयारी में है? सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) पर बन रही कुछ महीनों की पट्टी ऐसी संभावना की ओर संकेत कर रही है। सेंसेक्स की अक्टूबर 2013 से अब तक की चाल एक रुझान पट्टी (ट्रेंड चैनल) बना रही है। इस रुझान पट्टी की निचली रेखा 1 अक्टूबर 2013 की तलहटी 19,265 और 4 फरवरी 2014 की तलहटी 19,963 को मिलाती है। इसकी ऊपरी रेखा 3 नवंबर 2013 के शिखर 21,322 और हाल में 18 मार्च 2014 को बने नये रिकॉर्ड स्तर 22,041 को मिलाती है।
अगर सेंसेक्स इस पट्टी के अंदर अटका रहा तो यह संभावना बन सकती है कि यह फिर से इसकी निचली रेखा को छूने का प्रयास करे। ऐसा होने पर सेंसेक्स में अगले एक-दो महीनों में करीब डेढ़ हजार अंक तक की गिरावट आने की आशंका बनेगी, यानी यह 22,500 के आसपास तक गिर सकता है।
गौरतलब है कि सेंसेक्स का 200 दिनों का मूविंग एवरेज 20,200 पर है और अभी यह इस पट्टी की निचली रेखा से लिपट कर चल रहा है। हालाँकि इतने निचले स्तरों से पहले 100 एसएमए 20,900 के पास और 50 एसएमए लगभग 21,000 पर सहारा दे सकता है।
लेकिन ऐसी बड़ी गिरावट से पहले खतरे का संकेत कहाँ होगा? किन स्तरों के टूटने पर यह माना जाये कि बाजार ऐसी गिरावट की ओर बढ़ने लगा है?
अभी सेंसेक्स ने अपने 10 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) को तोड़ा है। इसका 10 एसएमए 21,828 पर है, जबकि शुक्रवार का बंद स्तर इसके नीचे 21,754 पर है। ऐसे में इसका अगला तात्कालिक सहारा 20 एसएमए 21,412 पर हो सकता है।
साथ ही फरवरी 2013 की तलहटी 19,963 से 22,041 तक की ताजा उछाल की 23.6% वापसी 21,551 पर है। यानी मोटे तौर पर अभी 21,400-21,500 के दायरे में एक सहारा बनता है। इस दायरे के टूटने पर बाजार में कमजोरी बढ़ने की आशंका होगी।
इसी तरह निफ्टी भी 1 अक्टूबर 2013 से अब तक एक रुझान पट्टी बनाता दिख रहा है और फिलहाल इस पट्टी की ऊपरी रेखा पर अटका हुआ है। हाल में इसने 20 मार्च को 6,474 और 14 मार्च को 6,433 की जो तलहटियाँ बनायी हैं, उनके टूटने पर बाजार की मौजूदा ऊपरी चाल टूट सकती है और यह नीचे की ओर पलट सकता है।
बाजार इन स्तरों पर क्यों अटक रहा है, इसका एक और कारण निफ्टी के चार्ट पर दिखता है। इसकी 1 अक्टूबर 2013 की तलहटी 5701 से 3 नवंबर 2013 के शिखर 6343 और फिर 4 फरवरी 2014 की तलहटी 5933 के प्रोजेक्शन को देखें तो 100% प्रोजेक्शन ठीक 6575 पर बैठता है। ये दिलचस्प है कि 18 मार्च 2014 को निफ्टी ने ठीक 6575 पर ही अपना ताजा शिखर और नया रिकॉर्ड स्तर बनाया है। इस तरह निफ्टी ने इस प्रोजेक्शन का लक्ष्य पूरा कर लिया है।
निफ्टी के इस प्रोजेक्शन में 80% का स्तर 6446 का है, जिसके नीचे जाने पर बाजार में मुनाफावसूली बढ़ेगी। वैसी हालत में इस संरचना के आधार पर अगला सहारा 61.8% के स्तर 6329 पर होगा। साथ ही यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि निफ्टी ने अपना 10 दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) बीते हफ्ते में तोड़ा है। अभी 10 एसएमए 6511 पर है और इस शुक्रवार को निफ्टी 6493 पर बंद हुआ है। ऐसे में निगाह 20 एसएमए (अभी 6375) पर जाती है, जो फिलहाल अगले सहारे का काम कर सकता है। लेकिन अगर कहीं 20 एसएमए भी टूटा तो यह इस बात का संकेत होगा कि बाजार की चाल पलट रही है।
लेकिन दूसरी ओर अगर इस संरचना में निफ्टी 100% प्रोजेक्शन के ऊपर निकल जाये और मजबूती दिखाये तो 161.8% का अगला स्तर 6,971 यानी लगभग 7,000 का बनता है। अभी 7,000 की बात न भी करें तो कुछ अन्य संरचनाओं में लगभग 6,700 के लक्ष्य बनते हैं। मगर इन ऊपरी लक्ष्यों के लिए शर्त यही है कि निफ्टी 6575 के ताजा शिखर को मजबूती से पार करे। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 22 मार्च 2014)
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