बाजार के सबसे अच्छे दिन आने अभी बाकी हैं। बाजार में तेजी का दौर अभी शुरू ही हुआ है।
सबसे बड़ी चिंताएँ अभी वैश्विक राजनीति को लेकर हैं, विशेष रूप से तेल निर्यातक देशों को लेकर। अगर आतंकवाद की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई तो हमारे बाजार पर भी बुरा असर होगा। डॉलर की मजबूती बढ़ना भी हमारे लिए चिंता का एक कारण है। दूसरी ओर गतिशील और दूरदर्शी नेतृत्व में स्थायी सरकार का बनना भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक पहलू है। बेहतर सुशासन के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति दिख रही है। कॉर्पोरेट जगत को निवेश का माहौल वापस बनने और वास्तविक निवेश बढ़ने से विकास तेज होने की उम्मीद है। हम विश्व के अन्य बाजारों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। जितेंद्र पांडा, एमडी और सीईओ, पियरलेस सिक्योरिटीज(Jitendra Panda, CEO, Pearless Securities)
(शेयर मंथन, 09 जनवरी 2015)