भारतीय बाजार में मजबूती जारी रहेगी, हालाँकि गिरावटें भी आती रहेंगी।
भारत ज्यादातर उभरते बाजारों से लगातार बेहतर प्रदर्शन करता रहेगा, क्योंकि सस्ते कच्चे तेल का लाभ विभिन्न क्षेत्रों से मिलना शुरू हो जायेगा। हालाँकि सरकार को अवश्य इस अवसर का इस्तेमाल दूसरी पीढ़ी के सुधारों के और भारत में निवेश चक्र में सुधार के लिए करना चाहिए। अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की संभावना, रूस एवं ब्राजील में संकट, भारत में निवेश चक्र तेज नहीं होना, भारतीय कॉर्पोरेट जगत के कर्ज और रुपये में कमजोरी इस समय की बड़ी चिंताएँ हैं। वहीं कच्चे तेल और कमोडिटी की कम कीमतें, सुधार केंद्रित सरकार और पोर्टफोलिओ निवेश आते रहना भारतीय बाजार के सबसे बड़े सकारात्मक पहलू हैं। टी. एस. हरिहर, सीईओ, एचआरबीवी क्लायंट सॉल्यूशंस (T.S Harihar, CEO, HRBV Client Solutions)
(शेयर मंथन, 09 जनवरी 2015)