अमित खुराना, इक्विटी प्रमुख, दौलत कैपिटल
भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक यह है कि मूल्यांकन अभी उचित दायरे में हैं। साथ ही ब्याज दरों के चक्र में अभी दरें और घटने की गुंजाइश है।
फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दर में एक और बढ़ोतरी को बाजार सहन कर सकता है, मगर इसके बाद अगर और ज्यादा बढ़ोतरी हुई तो वह बाजार के लिए नकारात्मक होगा। इस समय वैश्विक परेशानियाँ ही बाजार के लिए सबसे प्रमुख चिंता हैं, खास कर अमेरिकी ऋण बाजार से जुड़ी। इसके अलावा संसद में विधेयकों पर कोई प्रगति नहीं होना भी नकारात्मक है। (शेयर मंथन, 08 जनवरी, 2016)