मार्च 2015 में सेंसेक्स ने 30,000 के ठीक ऊपर का शिखर छुआ था। हमारे ताजा सर्वेक्षण में साल 2016 के अंत तक लगभग वहीं वापस लौटने की उम्मीद दिख रही है।
मार्च 2015 में बना शिखर 30,025 का था और हमारे ताजा सर्वेक्षण में दिसंबर 2016 के लक्ष्य का औसत अनुमान 30,028 का आया है। यह लक्ष्य 31 दिसंबर 2015 के बंद स्तर से 3,910 अंक ऊपर है। इस तरह साल 2016 के दौरान सेंसेक्स में 15% की वृद्धि होने का अनुमान दिखता है।
सर्वेक्षण में शामिल विश्लेषकों में सबसे ज्यादा 51.1% ने सेंसेक्स के लिए अपना दिसंबर 2016 का लक्ष्य 28,001-30,000 के दायरे में बताया है, जबकि 17.8% विश्लेषकों के लक्ष्य 30,001-32,000 के बीच हैं। वहीं 20% विश्लेषकों ने 32,000 से ज्यादा के लक्ष्य बताये हैं। दूसरी ओर 28,000 तक या इससे कम के लक्ष्य बताने वालों की कुल संख्या केवल 11.1% है। दरअसल सेंसेक्स के मौजूदा स्तरों, यानी लगभग 26,000 या इससे कम का लक्ष्य बताने वालों की संख्या तो मात्र 6.7% ही है। इस तरह स्पष्ट है कि विश्लेषकों में से काफी बड़ा बहुमत बाजार के लिए 2016 में सकारात्मक सोच ही रखता है।
निफ्टी 50 के लिए दिसंबर 2016 में 9,120 का औसत लक्ष्य सामने आया है, जो साल 2016 के दौरान 14.8% की संभावित वृद्धि दिखाता है। गौरतलब है कि छह महीने के सर्वेक्षण में जून 2016 के लिए 9,575 का लक्ष्य आया था, मगर अब लोग दिसंबर 2016 में भी 9,120 का ही औसत लक्ष्य देख रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि बीते छह महीनों में बाजार की उम्मीदें किस तरह हल्की पड़ी हैं।
लेकिन सेंसेक्स की तरह ही निफ्टी 50 के लिए भी मौजूदा स्तरों के आसपास 8,000 या इससे नीचे के लक्ष्य देने वालों की संख्या मात्र 6.3% है। अधिकांश लोग यहाँ से बाजार का रुझान अगले 12 महीनों में सकारात्मक ही देख रहे हैं। जहाँ 39.6% लोग दिसंबर 2016 के लिए 8,501-9,000 तक के लक्ष्य दे रहे हैं, वहीं 22.9% की राय में दिसंबर 2016 का लक्ष्य 9,001-9,500 के बीच बनता है। इससे भी आगे 9,500 से ऊपर के लक्ष्य देने वालों की संख्या 31.3% है।
बाजार में यह आशा है कि अगले 12 महीनों में भारतीय बाजार की चाल वैश्विक बाजारों की तुलना में बेहतर ही रहेगी। इस सर्वेक्षण में 62% विश्लेषकों ने भारतीय बाजार को 2016 में वैश्विक बाजारों से तेज माना है, जबकि 22% के मुताबिक भारतीय बाजार वैश्विक बाजारों के अनुरूप ही चलेगा। केवल 12% विश्लेषकों को यह अंदेशा है कि 2016 में भारतीय बाजार वैश्विक बाजारों से धीमा रह सकता है।
(शेयर मंथन ने भारतीय बाजार के 50 दिग्गज विशेषज्ञों का सर्वेक्षण किया है। भागीदारों की संख्या के आधार पर यह भारतीय शेयर बाजार के विशेषज्ञों का सबसे बड़ा सर्वेक्षण है। इस सर्वेक्षण में आँकड़ों और टिप्पणियों के संग्रह की अवधि 21-29 दिसंबर 2015 थी।)
(शेयर मंथन, 08 जनवरी 2016)