मजबूत कंपनियाँ बढ़ सकती हैं कई गुना
जितेंद्र पांडा
एमडी एवं सीईओ, पीयरलेस सिक्योरिटीज
साल 2016 में ठहराव (कंसोलिडेशन) और सर्जिकल सुधारों के बाद हम ऐसे तार्किक मूल्यांकन पर हैं, जहाँ से एक नये शिखर तक पहुँचने की उछाल शुरू हो सकती है।
जितेंद्र पांडा
एमडी एवं सीईओ, पीयरलेस सिक्योरिटीज
साल 2016 में ठहराव (कंसोलिडेशन) और सर्जिकल सुधारों के बाद हम ऐसे तार्किक मूल्यांकन पर हैं, जहाँ से एक नये शिखर तक पहुँचने की उछाल शुरू हो सकती है।
नीरज दीवान
निदेशक, क्वांटम सिक्योरिटीज
बाजार की भविष्य की दिशा इस बात से तय होगी कि नोटबंदी की अवधि पूरी होने के बाद कैसी स्थिति उभरती है और बजट में क्या सामने आता है।
अमित भागचंदका
ग्रुप सीईओ, आर.के. ग्लोबल
मौजूदा मूल्यांकन पर भारतीय शेयर बाजार आकर्षक लग रहा है।
अनीता गांधी
निदेशक, अरिहंत कैपिटल मार्केट्स
उभरते हुए देशों में भारत अब भी सितारा बना हुआ है।
अविनाश गोरक्षकर
रिसर्च प्रमुख, मनीलिशियस
एफआईआई की बिकवाली, रुपये की कमजोरी और डॉलर की मजबूती, कच्चे तेल की उच्च कीमतें और वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही में कंपनियों की आमदनी में सुस्ती की आशंका भारतीय बाजार की मुख्य चिंताएँ हैं।