01 अक्टूबर तक के आँकड़ों के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) या फॉरेक्स 434.6 अरब डॉलर के सर्वकालिक शिखर पर पहुँच गया।
इस बात की जानकारी आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए दी। अप्रैल और अक्टूबर 1 के बीच देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 21.7 अरब डॉलर की वृद्धि हुई।
वहीं ताजा साप्ताहिक आँकड़ों में देखें तो 27 सितंबर को समाप्त हुए सप्ताह में फॉरेक्स 5.022 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 433.594 अरब डॉलर हो गया। इससे पहले फॉरेक्स में लगातार दो हफ्ते गिरावट दर्ज की गयी थी। इससे पिछले सप्ताह में फॉरेक्स 38.8 करोड़ डॉलर की गिरावट के साथ 428.572 अरब डॉलर रह गया था।
वहीं 13 अप्रैल 2018 को फॉरेक्स 426.02 अरब डॉलर तक पहुँचा था, जो एक साल से अधिक समय तक रिकॉर्ड बना रहा।
बता दें कि जानकारों के मुताबिक 428 अरब डॉलर का फॉरेक्स करीब 10 महीनों तक का आयात संभाल सकता है। इस लिहाज से देश के मौजूदा फॉरेक्स से 10 महीनों से ज्यादा समय तक देश का आयात खर्च चल सकता है।
आरबीआई के आँकड़ों के मुताबिक 27 सितंबर 2019 को समाप्त हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा संपत्ति, फॉरेक्स भंडार का सबसे प्रमुख घटक, 4.944 अरब डॉलर बढ़ कर 401.615 अरब डॉलर हो गयी, जिससे फॉरेक्स पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
आरबीआई (RBI) द्वारा जारी किये आँकड़ों के अनुसार देश का स्वर्ण भंडार 10.2 करोड़ डॉलर की वृद्धि के साथ 26.945 अरब डॉलर हो गया। वहीं विशेष आहरण अधिकार या विदेशी निकासी अधिकार (एसडीआर) 70 लाख डॉलर घट कर 1.428 अरब डॉलर और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ आरबीआई की आरक्षित स्थिति 1.7 करोड़ डॉलर घट कर 3.606 अरब डॉलर रह गयी। (शेयर मंथन, 05 अक्टूबर 2019)