भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) की ओर से 19 जून को जारी किये गये आँकड़ों के मुताबिक 12 जून 2020 को खत्म हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5.942 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 507.644 अरब डॉलर हो गया, जो इसका सर्वकालिक उच्चतम स्तर है। सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में यह दुनिया में पाँचवें स्थान पर है। केवल चीन, जापान, स्विटजरलैंड और रूस ही इस सूची में भारत से आगे हैं। याद रहे कि पाँच जून 2020 को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.223 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 501.703 अरब डॉलर हो गया था। यह वह पहला मौका था जब भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के पार पहुँचा था।
फॉरेक्स भंडार की सबसे प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा संपत्ति (Foreign currency assets) इस दौरान 5.106 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 468.737 अरब डॉलर हो गयी। पाँच जून को समाप्त सप्ताह में यह 8.422 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 463.630 अरब डॉलर हो गयी थी।
इस दौरान देश का स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) 0.821 अरब डॉलर बढ़ कर 33.173 अरब डॉलर रह गया। पाँच जून को खत्म हफ्ते में यह 0.329 अरब डॉलर की कमी के साथ 32.352 अरब डॉलर रह गया था।
वहीं विशेष आहरण अधिकार (SDRs) इस दौरान 0.012 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 1.454 अरब डॉलर के रहे। पाँच जून को समाप्त सप्ताह में यह 0.010 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 1.442 अरब डॉलर के रहे थे।
इस दौरान आईएमएफ (IMF) के साथ भारत का रिजर्व पोजिशन 0.003 अरब डॉलर बढ़ कर 4.280 अरब डॉलर हो गया। पाँच जून को खत्म हफ्ते में यह 0.120 अरब डॉलर बढ़ कर 4.278 अरब डॉलर हो गया था। (शेयर मंथन, 20 जून 2020)