निजी क्षेत्र के Yes Bank में देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) की तीन साल की अनिवार्य लॉक-इन अवधि आज सोमवार (6 मार्च 2023) को खत्म हो गयी। मगर इस प्रमुख घटनाक्रम का दोनों बैंकों के शेयर भाव पर कोई खास असर देखने को नहीं मिला।
आज के कारोबार में बीएसई पर यस बैंक के शेयर के जहाँ भाव आज 0.18% की तेजी के साथ 16.89 रुपये पर बंद हुए। वहीं, एसबीआई के शेयर भी 0.10% की उछाल के साथ 561.65 रुपये पर बंद हुए। पिछली बार इंट्राडे ट्रेड में शेयर 0.95 की तेजी के साथ 17 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था।
बाजार में आ रही खबरों के अनुसार तीन साल के लॉक-इन के अंत के बाद, एसबीआई पूर्ण लाभ नहीं होने पर कम से कम आंशिक लाभ दर्ज करेगा। इससे यस बैंक के शेयर की कीमत में और गिरावट आ सकती है। 31 दिसंबर, 2022 तक, एसबीआई के पास सबसे बड़े एकल शेयरधारक यस बैंक में 26.14% हिस्सेदारी थी। यस बैंक के पुनर्गठन के हिस्से के रूप में भारतीय केंद्रीय बैंक आरबीआई द्वारा अनिवार्य लॉक-इन अवधि लागू की गई थी।
शुरुआत में एसबीआई ने यस बैंक में 49% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया, जिसे बाद में घटाकर 26.14% कर दिया गया। यस बैंक में एसबीआई के अलावा आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की 2.61% हिस्सेदारी, एक्सिस बैंक (Axis Bank) की 1.57% हिस्सेदारी और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) के साथ एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) की भी 01% की हिस्सेदारी है। इन बैंकों का तीन साल का लॉक-इन 13 मार्च, 2023 को समाप्त हो जाएगा, जिससे यस बैंक के शेयरों में और गिरावट आ सकती है।
यस बैंक के शेयर उच्चतम न्यायालय द्वारा बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने के बाद दबाव में है। सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी में यस बैंक के 8,300 करोड़ रुपये से अधिक के एटी -1 बॉन्ड को बट्टे खाते में डालने के फैसले को रद्द कर दिया था।
(शेयर मंथन, 06 मार्च 2023)