ब्रोकिंग फर्म एसएमसी ग्लोबल (SMC Global) का अनुमान है कि राष्ट्रीय केमिकल्स (Rashtriya Chemicals) का शेयर आने वाले 8-10 महीनों में 102 रुपये तक ऊपर जा सकता है।
यह इसके मौजूदा भाव से 16% ज्यादा है। एसएमसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2017-18 में इसकी प्रति शेयर आय (EPS) 3.78 रुपये होगी, जिस पर 27.03 के पीई अनुपात के मूल्यांकन पर इसने 102 रुपये का लक्ष्य भाव तय किया है।
75% सरकारी हिस्सेदारी वाली कंपनी राष्ट्रीय केमिकल्स (आरसीएफ) में निवेश के लिए एसएमसी ने तर्क दिया है कि यह उर्वरक और केमिकल की प्रमुख उत्पादक कंपनी है। भारत सरकार से मिनी-रत्न का दर्जा प्राप्त आरसीएफ की मुम्बई के ट्रॉम्बे तथा शहर से 100 किमी दूर रेगड़ जिले में 1-1 संचालन इकाइयाँ हैं। खाद्य सुरक्षा के लिए उर्वरकों के उत्पादन में वृद्धि के मद्देनजर रेगड़ में स्थित इसकी इकाई देश में स्थापित की गयी पहली उर्वरक इकाइयों में से एक है, जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 2.3 लाख करोड़ टन यूरिया, 65 लाख टन कॉम्प्लेक्स उर्वरक और 16 लाख औद्योगिक केमिकल की है। ग्रामीण क्षेत्रों सहित आरसीएफ का देश भर में विपणन नेटवर्क है। एसएमसी ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि आरसीएफ ने हाल ही में अपने अमोनिया-1, नाइट्रिक एसिड, मेथानॉल और एएनपी संयंत्रों को आधुनिक बनाया है, जिससे ये संयंत्र तकनीकी चुनौतियों, पर्यावरण संबंधी शर्तों, कम ऊर्जा खपत जैसी सुविधाएँ प्रदान कर सकेंगे।
आरसीएफ ने संतुलित उर्वरकों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने और जमीन के स्वास्थ्य को बरकरार रख कर खेती उत्पादक्ता को बेहतर बनाने के लिए देश भर में 13 अलग-अलग स्थानों पर मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएँ (एसटीएल) स्थापित की हैं। इन एसटीएल के अलावा कंपनी मुम्बई, कोल्हापुर, अहमदनगर, नागपुर, विजयवाड़ा और हस्सन में 6 मोबाइल मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का भी संचालन करती है। कंपनी कई नये उर्वरक भी पेश करने की प्रक्रिया में है। इसके अलावा सरकार द्वारा कस्टम ड्यूटी 5% से घटा कर 2.5% करने तथा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण की सुविधा से उर्वरक उद्योग के साथ ही कंपनी के विकास को गति मिलने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 07 अक्टूबर 2017)
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