
एंजेल ब्रोकिंग ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services) यानी टीसीएस (TCS) के चौथी तिमाही के नतीजों के बाद इसके लिए एकम्युलेट रेटिंग जारी रखते हुए इसका लक्ष्य भाव 2,854 रुपये बताया है।
एंजेल ब्रोकिंग की वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च - आईटी सरबजीत कौर नांगरा ने टीसीएस के तिमाही नतीजों पर कहा है कि कंपनी को बीती तिमाही में एंजेल के 421.5 करोड़ डॉलर के अनुमान के मुकाबले कुछ कम 420.7 करोड़ डॉलर की आय हुई है, जो ठीक पिछली तिमाही के मुकाबले 1.5% अधिक है। इस वृद्धि में मुख्यतः सेवाओं की मात्रा (वॉल्यूम) बढ़ने का योगदान रहा है। कंपनी ने नियत मुद्रा (कॉन्स्टैंट करंसी) के आधार पर पिछली तिमाही की तुलना में आय में 2.1% वृद्धि दिखायी है। वहीं रुपये में कंपनी की आय जनवरी-मार्च 2016 के दौरान तिमाही-दर-तिमाही 4.0% बढ़ कर 28,448 करोड़ रुपये हो गयी। एंजेल का अनुमान 28,454 करोड़ रुपये का था। रुपये में आय वृद्धि दर अधिक रहने में डॉलर के मुकाबले रुपये में आयी कमजोरी का मुख्य योगदान रहा।
एंजेल ने बताया है कि टीसीएस का तिमाही एबिट मार्जिन 26.7% के उनके अनुमान की तुलना में 26.1% रहा। वहीं कंपनी का तिमाही मुनाफा एंजेल के 6,201 करोड़ के अनुमान की तुलना में 6,341 करोड़ रुपये का रहा है। मुनाफे में ठीक पिछली तिमाही के मुकाबले 3.8% की वृद्धि हुई है। नांगरा ने अपनी टिप्पणी में कहा है कि टीसीएस को अनुमान से अधिक शुद्ध लाभ इसलिए हुआ है, क्योंकि उसकी अन्य आय अनुमान से अधिक रही है।
टीसीएस वित्त वर्ष 2015-16 में नियत मुद्रा के आधार पर 11.9% की वृद्धि दर के मुकाबले 2016-17 के दौरान बेहतर बढ़त दर्ज करने की उम्मीद कर रही है। साथ ही ऊर्जा और बीएफएसआई क्षेत्र में विपरीत परिस्थितियाँ चल रही थीं, जिनमें अब सुधार आने की उम्मीद बन रही है। कंपनी ने ग्राहकों की संख्या में वृद्धि के आधार पर वित्त वर्ष 2016-17 मजबूत रहने की उम्मीद जतायी है। कंपनी ने अनुमान जताया है कि इस वित्त वर्ष में एबिट मार्जिन 26-28% रहेगा। इन नतीजों के आधार पर एंजेल ब्रोकिंग ने टीसीएस के शेयर के लिए 2,854 रुपये का लक्ष्य भाव बताया है और इसे जमा करने यानी निचले भाव मिलने पर खरीदते रहने की सलाह दी है। एंजेल का लक्ष्य भाव टीसीएस के मौजूदा बाजार भाव से लगभग 13.2% ऊपर है।
सोमवार 18 अप्रैल 2016 को टीसीएस का शेयर 0.75 रुपये या 0.03% की मामूली गिरावट के साथ 2522.40 रुपये पर बंद हुआ है। (शेयर मंथन, 19 अप्रैल 2016)
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