सोयाबीन वायदा (सितम्बर) की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों 3,900 रुपये के स्तर के निकट सहारा के साथ 4,200-4,300 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
फसल के नुकसान की खबर ने घरेलू बाजार में कीमतों को बढ़ावा दिया है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का अनुमान है कि मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण 10-12% फसल क्षति की आशंका है। नुकसान ज्यादातर अचानक बहुत भारी बारिश और तापमान में भिन्नता के कारण होता है, जिससे कीटों द्वारा बड़े पैमाने पर हमले के लिए जन्मजात वातावरण बन जाता है। तिलहन समूह में मजबूती के साथ हाजिर बाजारों में आवक में कमी और पेराई संयंत्रों की ओर से बेहतर माँग के कारण सरसों वायदा (सितम्ब) की कीमतों में तेजी बनी रह सकती है। आने वाले दिनों में, कीमतों के 5,100-5,400 के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।
सोया तेल (सितम्बर) की कीमतों में 910-930 रुपये तक बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जबकि सीपीओ (सितम्बर) की कीमतों में एक ब्रेकआउट हुआ है और यह तेजी अंतरराष्ट्रीय बाजार से सकारात्मक संकेत लेते हुये कीमतों को 780-790 रुपये की ओर ले जा सकती है। चीन द्वारा इस साल अमेरिकी सोयाबीन की रिकॉर्ड मात्रा खरीदने के लिए तैयार होने के अनुमान के कारण सीबीओटी पर, अमेरिकी सोया तेल 4 महीने के उच्च स्तर के साथ सोयाबीन की कीमतें 3 महीने के उच्च स्तर के साथ कारोबार कर रही है, क्योंकि कम कीमतें एशियाई राष्ट्र को अमेरिका के साथ पहले चरण के व्यापार करार के तहत खरीद में मदद कर सकती हैं। अमेरिकी कृषि विभाग के आँकड़ों के अनुसार, अमेरिका से 2020 में लगभग 40 मिलियन टन तक सोयाबीन चीन पहुँच जायेगा, जो 2017, व्यापार सौदे के लिए आधर वर्ष, की तुलना में यह लगभग 25% अधिक होगा, और 2016 में निर्धरित रिकॉर्ड से लगभग 10% अधिक होगा। अमेरिका और चीन ने पिछले सप्ताह एक द्वैमासिक समीक्षा में पहले चरण के समझौते के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। (शेयर मंथन, 31 अगस्त 2020)
Add comment