अंतरराष्ट्रीय बाजार से नरमी के संकेतों पर सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतें 3,880 रुपये तक गिरावट दर्ज कर सकती है।
अमेरिकी मिडवेस्ट उम्मीद से बेहतर उत्पादन अनुमान और फंडों की बिकवाली के दबाव के कारण कल सीबोट में सोयाबीन वायदा की कीमतों में लगातार चौथ दिन गिरावट हुई है जो 4-7 अगस्त के बाद से सबसे अधिक दिनों तक गिरावट है और 1.6% की गिरावट हुई। सीबोट में नवंबर सोयाबीन 24 अगस्त के बाद पहली बार अपने 10-दिवसीय मूविंग एवरेज से नीचे चला गया और 10 डॉलर से नीचे बंद हुआ।
सरसों वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 5,350-5,450 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है केंद्र सरकार ने सरसों के तेल अन्य खाद्य तेल सम्मिश्रण पर रोक लगाने का आदेश दिया है। खाद्य क्षेत्र नियामक भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने इस संबंध में एक निर्देश जारी किया है। अब केवल शुद्ध सरसों का तेल ही बाजार में उपलब्ध होगा। नया विनियमन 1 अक्टूबर, 2020 से प्रभावी होगा। विभिन्न हितधारकों के साथ विचार-विर्मश के बाद, सरकार ने एफएसएसएआई को सरसों के तेल में सम्मिश्रण पर रोक लगाने और सर्वजानिक हित में घरेलू खपत के लिए शुद्ध सरसों के तेल के निर्माण और ब्रिकी की सुविधा देने का फैसला किया है।
सोया तेल (अक्टूबर) की कीमतों में 880 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है जबकि सीपीओ (अक्टूबर) की कीमतों में 740-730 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय बाजार से खाद्य तेलों की किमतों में नरमी का रुझान है। उत्पादन देशों में पॉम ऑयल के उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना और अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में भारी गिरावट के बाद मलेशियाई पॉम वायदा की कीमतों में 3.6% से अधिक की गिरावट हुई। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में दिसंबर डिलीवरी का बेंचामार्क पॉम ऑयल कॉन्टैक 103 रिंगिट, या 3.6% कम होकर 2,758 रिंगिटी प्रति पर बंद हुआ, जो 28 अगस्त के बाद से सबसे कम है। पॉम ऑयल की कीमतों में लगातार चौथ सत्र में गिरावट आयी, जो जून के बाद सबसे अधिक दिनों तक गिरावट है। इस सप्ताह पॉम ऑयल की कीमतों में लगभग 10% गिरावट आयी है, अगर आगे भी गिरावट होती है तो फरवरी के अंत के बाद से इसकी सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट होगी। (शेयर मंथन, 25 सितंबर 2020)
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