सर्राफा की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
व्यापार युद्ध की चिंता से डॉलर के मजबूत रहने सोने की कीमतें कल एक हफ्ते के निचले स्तर पर पहुँच गयी हैं। चीन और अमेरिका के बीच गहराते युद्ध के कारण बाजार में निराशा का माहौल है, जिसके कारण सुरक्षित निवेश के लिए डॉलर की माँग बढ़ी है। सोना (अक्टूबर) की कीमतों को 30,400 रुपये के नजदीक बाधा और 30,100 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता है, जबकि चांदी की कीमतों को 37,300 रुपये के नजदीक अड़चन और 36,650 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता है।
तुर्की की मुद्रास्फीति और दक्षिण अफ्रीका के दूसरी तिमाही में मंदी की ओर अग्रसर होने की चिंता से विकासशील देशों के शेयर बाजार और करेंसी पर दबाव पड़ रहा है और डॉलर को मदद मिल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले ही हफ्ते कहा है कि वे चीन के 200 बिलियन डॉलर के उत्पादों पर फिर से टैरिफ लगाने के संबंध में जनमत की अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद ही टैरिफ लगाना चाहते हैं। इस बीच अगस्त में अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग के 14 महीने के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड भी तीन हफ्ते के उच्च स्तर पर पहुँच गया है। (शेयर मंथन, 05 सितंबर 2018)
तुर्की की मुद्रास्फीति और दक्षिण अफ्रीका के दूसरी तिमाही में मंदी की ओर अग्रसर होने की चिंता से विकासशील देशों के शेयर बाजार और करेंसी पर दबाव पड़ रहा है और डॉलर को मदद मिल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले ही हफ्ते कहा है कि वे चीन के 200 बिलियन डॉलर के उत्पादों पर फिर से टैरिफ लगाने के संबंध में जनमत की अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद ही टैरिफ लगाना चाहते हैं। इस बीच अगस्त में अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग के 14 महीने के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड भी तीन हफ्ते के उच्च स्तर पर पहुँच गया है। (शेयर मंथन, 05 सितंबर 2018)
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