सर्राफा की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
कल डॉलर के थोड़ा कमजोर होने के बाद सोने की कीमतों में 0.5% की बढ़ोतरी के बाद आज भी बढ़त जारी है। सोना (अक्टूबर) की कीमतों को 30,450 रुपये के नजदीक बाधा और 30,150 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता है, जबकि चाँदी की कीमतों को 37,300 रुपये के नजदीक अड़चन और 36,800 के नजदीक सहारा रह सकता है।
यूरोपीय यूनियन के साथ ब्रिटेन के आर्थिक और व्यापारिक संबंध को लेकर जर्मनी द्वारा करार को स्वीकार कर लिये जाने की खबरों के बाद कल डॉलर में गिरावट हुई है। अमेरिका द्वारा चीन के 200 बिलियन डॉलर के उत्पादों पर फिर से टैरिफ लगाने के संबंध में जनमत की अवधि समाप्त होने के बाद दोनों देशों के बीच गहराते व्यापार युद्ध और कनाडा द्वारा व्यापार समझौते में अमेरिका की नयी माँगों को अस्वीकार कर दिये जाने के कारण बाजार में निराशा का माहौल है।
उधर तुर्की के संकट, अमेरिकी व्यापार युद्ध और अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण इस वर्ष सोने की कीमतों में लगभग 8% की गिरावट हुई है। अगस्त महीने में भारत का सोना आयात दोगुना होकर 15 महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गया है। (शेयर मंथन, 06 सितंबर 2018)
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