सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 51,200 के स्तर पर सहारा के साथ 52,100 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 66,100 के स्तर पर सहार के साथ 68,900 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है।
डॉलर के कई वर्षो के निचले स्तर पर लुढ़कने के कारण सोने की कीमतें आज लगभग दो सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। फेड रिजर्व की नयी नीति के ढाँचे के बाद अमेरिकी ब्याज दर लंबी अवधि के लिए कम रहेगी। अमेरिकी सोने का वायदा 0.6% बढ़कर 1,990 डॉलर हो गया। सोने में तेजी डॉलर में गिरावट और अमेरिकी बांड की यील्ड में गिरावट के कारण आयी।
डॉलर इंडेक्स, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले 93 के अहम स्तर से नीचे गिर गया, जबकि 10-वर्षीय ट्रेजरी नोट में 4% से अधिक की गिरावट हुई। पिछले हफ्ते, फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि केंद्रीय बैंक एक औसत मुद्रास्फीति लक्ष्य को अपनायेगा, जिसका अर्थ है कि दरें लंबे समय तक कम रहने की संभावना है। कम ब्याज दरों के कारण डॉलर पर दबाव पड़ने से अन्य मुद्राओं को रखने वाले निवेशकों के लिए सोना सस्ता हो जाता है। निवेशकों को इस सप्ताह अमेरिकी नौकरियों के आँकड़ों की तलाश होगी जो बाजारों के लिए दिशा तय करेंगे। (शेयर मंथन, 01 सितम्बर 2020)
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