सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 51,580 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 50,400 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 68,900 रुपये के स्तर पर अड़चनी के साथ 65,300 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
डॉलर के कमजोर होने के कारण सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है लेकिन अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग आँकड़ों से वैश्विक आर्थिक सुधर को लेकर उम्मीदों में बढ़ोतरी के कारण सुरक्षित निवेश के लिए की सोने की माँग में कमी आयी। अमेरिकी सोना वायदा 1,978.90 डॉलर पर स्थिर रहा। फेड रिजर्व की नयी नीति के ढाँचे के बाद अमेरिकी ब्याज दर लंबी अवधि के लिए कम रहेगी।
फेडरल गवर्नर लेल ब्रेनार्ड ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक को मजबूत रोजगार वृद्धि और उच्च मुद्रास्फीति के अपने नये वादे को पूरा करने के लिए और अधिक प्रोत्साहन की आवश्यकता होगी। व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने कहा है कि सीनेट रिपब्लिकन द्वारा अगले हफ्ते 500 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त संघीय सहायता पेशकश करते हुये कोविड-19 राहत बिल को लाने की संभावना है। इसके अलावा, नये ऑर्डर में बढ़ोतरी के कारण अगस्त में अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग गतिविधि लगभग दो साल के उच्च स्तर पर पहुँच गयी है। चांदी की कीमतें 0.3% बढ़कर 28.25 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। निवेशकों को इस सप्ताह अमेरिकी नौकरियों के आँकड़ों की तलाश होगी जो बाजारों के लिए दिशा तय करेंगे। (शेयर मंथन, 02 सितंबर 2020)
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