सोने की कीमतों को 45,000 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 44,500 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी (मई) की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 6,7400 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 66,400 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी प्रोत्साहन बिल के पारित होने के कारण मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी के जोखिम से आज को सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और ट्रेजरी की यील्ड में उछाल के कारण बढ़त सीमित रही। सोने की हाजिर कीमतें 0.3% बढ़कर 1,732.02 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.7% बढ़कर 1,730.90 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा पिछले सप्ताह 1.9 ट्रिलियन डॉलर कोरोना वायरस सहायता पैकेज बिल पर हस्ताक्षर करने के बाद बेंचमार्क 10-वर्ष के ट्रेजरी की यील्ड एक वर्ष से अधिक समय के उच्चतम स्तर के पास पहुँच गयी। अमेरिकी उत्पादक कीमतें फरवरी में बढ़ी है जो लगभग 2-1 प्रति 2 वर्षों में सबसे अधिक वार्षिक बढ़त की ओर अग्रसर है। नये बेरोजगारी के दावे दायर करने वाले अमेरिकियों की संख्या पिछले सप्ताह चार महीने के निचले स्तर पर पहुँच गयी, जबकि अमेरिकी बाजार का मनोबल मार्च की शुरुआत के बाद से एक साल में अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गया। 9 मार्च को समाप्त में हेज फंडों और मनी मैनेजरों ने कोमेक्स में सोना और चांदी कॉन्टैक्ट में अपने बुलिश पोजिशन को घटा दिया है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड टंस्ट की होल्डिंग गुरुवार के 1,055.27 टन से 0.3% घटकर शुक्रवार को 1,052.07 टन रह गयी। चांदी की कीमतें 0.9% बढ़कर 26.14 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 15 मार्च 2021)
Add comment