सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 46,900 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 46,100 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 61,200 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 59,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अगले साल तक अपनी मासिक बॉन्ड खरीद को कम करने और ब्याज दर में जल्द से जल्द बढ़ोतरी के संकेत के बाद आज सोने की कीमतों में गिरावट हुई है। बुधवार को अपने नीतिगत बयान में, अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने कहा कि वह नवंबर तक जल्द से जल्द बांड खरीद में कमी शुरू कर सकता है और फेड के आधे अधिकारी मुद्रास्फीति के जवाब में अगले साल ब्याज दरें बढ़ाने के लिए तैयार है। डॉलर इंडेक्स एक महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गया, जिससे अन्य मुद्रायें रखने वालों के लिए सोने की माँग कम हो गयी।
रूस के वित्त मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि रूस ने जनवरी और जुलाई के बीच 173.99 टन सोने का उत्पादन किया, जो 2020 में इसी अवधि में उत्पादित 176.30 टन से कम है। स्विस सीमा शुल्क के अनुसार स्वीटजरलैंड से भारत को सोने का निर्यात अगस्त में पाँच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया, जबकि चीन को निर्यात कम हो गया। चांदी की कीमतें 0.5% गिरकर 22.55 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 23 सितम्बर 2021)
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