सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 46,300 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 45,700 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 61,100 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 60,400 रुपये पर सहारा रह सकता है।
पिछले सत्र में 1% से अधिक गिरने के बाद आज डॉलर के कमजोर होने के कारण सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है अमेरिकी अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन को कम करने की फेडरल रिजर्व की योजनाओं के कारण कीमतें लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट की ओर अग्रसर है। डॉलर इंडेक्स कल एक सप्ताह के निचले स्तर के करीब पहुँच गया, जिससे अन्य मुद्राओं को रखने वालों के लिए सोना सस्ता हो गया। बेरोजगारी लाभ के लिए नये दावे करने वाले अमेरिकियों की संख्या में पिछले सप्ताह अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई, लेकिन कुल मिलाकर रुझान लगातार रिकवर रहे श्रम बाजार के अनुरूप रहा। फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि यदि आर्थिक रिकवरी पटरी पर रहती है तो अगले साल के मध्य में प्रोत्साहन में कमी की प्रक्रिया समाप्त हो सकती है। इस सप्ताह केंद्रीय बैंक के नीतिगत बयान के बाद यह सुझाव दिया गया था कि ब्याज दरों को समय से पहले भी बढ़ाया जा सकता है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़ेएक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग गुरुवार को 0.8% गिरकर 992.65 टन हो गयी, जो बुधवार को 1,000.79 टन थी। चांदी की कीमतें 0.5% बढ़कर 22.61 डॉलर प्रति औसतन हो गयी और इस सप्ताह में अब तक 1% बढ़त की ओर अग्रसर है। (शेयर मंथन, 24 सितम्बर 2021)
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