सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 46,900 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 46,200 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 60,700 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 59,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
चीन के एवरग्रांडे ऋण संकट और दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए प्रोत्साहन को कम करने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व से नीतिगत संकेतों की संभावना को लेकर बढ़ती अनिश्चितताओं के बीच आज सोने की कीमतें सपाट है। फेड की दो दिवसीय बैठक बुधवार को समाप्त होने वाली है जिसमें यह संकेत मिलने की उम्मीद है कि वह अपनी संपत्ति की खरीद कब शुरू करेगा। अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर एक दृष्टिकोण प्रदान करने की संभावना है। यूरोपीय सेंट्रल बैंक के नीति निर्माता अभी भी हाल ही में मुद्रास्फीति में वृद्धि को अस्थायी मान रहे हैं, लेकिन बढ़ती मुद्रास्फीति से यह जोखिम को बढ़त प्रतीत होता है कि मूल्य वृद्धि उनके अपेक्षाकृत कम अनुमानों से अधिक हो सकती है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़ेएक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग मंगलवार को 0.1% गिरकर 1,000.79 टन हो गयी, जो सोमवार को 1,001.66 टन थी। स्विस सीमा शुल्क के अनुसार स्वीटजरलैंड से भारत को सोने का निर्यात अगस्त में पाँच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया, जबकि चीन को निर्यात कम हो गया। चांदी की कीमतें 1.2% बढ़कर 22.74 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 22 सितम्बर 2021)
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