वेनेजुएला और ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों और पेट्रोलियम निर्यातक देशों (ओपेक) के नेतृत्व में आपूर्ति कटौती के बीच ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 2019 के उच्च स्तर पर पहुँच गयीं।
ब्रेंट ने 2019 में पहली बार 65 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुँच गयीं। इससे पहले 64.91 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता हुआ देखा गया था, जो कि पिछले बंद के मुकाबले अभी भी 0.5% ऊपर था।
ओपेक कच्चे तेल का उत्पादक समूह है, जो 1.2 लाख बैरल प्रति दिन (बीपीडी) कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने के लिए सहमत हो गया है। शीर्ष निर्यातक सऊदी अरब ने कहा कि यह मार्च में और भी अधिक कटौती करेगा। देश के ऊर्जा मंत्री ने कहा कि रूस ने अक्टूबर में अपने स्तर से तेल उत्पादन में 80,000-90,000 बैरल प्रति दिन की कटौती की है।
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने एक नोट में कहा है कि "ब्रेंट को 2019 में औसतन 70 डॉलर प्रति बैरल चाहिए, जो कि स्वैच्छिक (सऊदी, कुवैत, यूईए) और ओपेक आपूर्ति में अनैच्छिक (वेनेजुएला, ईरान) की मदद करता है।" अमेरिकी बैंक ने कहा कि यह उम्मीद करता है कि ओपेक की आपूर्ति में वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही से वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही तक प्रति दिन 25 लाख बैरल की कमी आयेगी।
आपूर्ति में कटौती के खिलाफ खड़े होने से अमेरिकी कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ रहा है, जो पिछले साल 20 लाख बैरल प्रति दिन से 1.19 करोड़ बैरल प्रति दिन हो गया, जिससे अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक बन गया। अधिकांश विश्लेषकों को उम्मीद है कि अमेरिकी उत्पादन पिछले 1.2 करोड़ बैरल प्रति दिन से जल्द ही बढ़ जाएगा, और शायद साल के अंत तक 1.3 करोड़ बैरल प्रति दिन भी हो सकता है। (शेयर मंथन, 15 फरवरी 2019)