कच्चे तेल की कीमतें में तेजी का रुझान रह सकता है और कीमतें 3,650-3,780 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
कल कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद आज बाजार में सप्लाई कम होने की संभावना के कारण तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। इस वर्ष जुलाई के बाद से ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में 40% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। कारोबारियों की नजर मध्य-पूर्व के बढ़ते तनाव पर भी है। अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतें 0.2% की बढ़त के साथ 56.92 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही हैं जबकि ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 0.3% की बढ़त के साथ 63.66 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। फिर भी कीमतें जुलाई 2015 के बाद उच्च स्तर पर हैं। ओपेक और रूस सहित कुछ गैर-ओपेक देशों द्वारा जनवरी 2017 से ही तेल उत्पादन में 1.8 मिलियन प्रति दिन की कटौती को मार्च 2018 के बाद भी जारी रखने की संभावना से कीमतों को मदद मिल रही है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी बरकरार रह सकती है और कीमतें 203-210 रुपये में कारोबार कर सकती हैं। (शेयर मंथन, 09 नवंबर 2017)