बेस मेटल में निचले स्तर पर खरीदारी हो सकती है।
तांबे की कीमतों में 423 रुपये तक रिकवरी हो सकती है और कीमतों को 412 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध के सुलझने के संकेत के साथ ही चीन द्वारा इस वर्ष ऑटो और घरेलू सामानों पर अधिक निवेश करने की कोशिश की खबरों से कीमतों को मदद मिल रही है। भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने वेदांत को अपनी दक्षिण भारतीय स्मेल्टर को खोलने का आदेश दिया है, जिसे पर्यावरण कोर्ट ने बंद करने का आदेश दिया था। उधर इंडोनेशिया के ग्रैसबर्ग खदान से तांबे का निर्यात इस वर्ष कम होने की आशंका है।
इस बीच जिंक की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतों को 174 रुपये के स्तर पर सहारा और 178 रुपये के स्तर पर बाधा, लेड की कीमतों को 136 रुपये के स्तर पर सहारा और 138 रुपये के स्तर पर अड़चन, निकल की कीमतों में 800 रुपये तक रिकवरी जारी रह सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतों में 129 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 132.50 रुपये पर बाधा रह सकती है। अमेरिका द्वारा रूसल के उत्पादों पर से प्रतिबंध हटाये जाने के बाद भी अमेरिकी उपभोक्ताओं को काफी कम लाभ होने की संभावना है। (शेयर मंथन, 10 जनवरी 2019)