बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 712 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 714 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
अमेरिकी डॉलर में गिरावट जारी रहने के कारण आज शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में तेजी दर्ज की गयी है जबकि एलएमई में भी कीमतों में बढ़ोतरी हुई है जबकि कारोबारियों क नजर कोरोना वायरस टीकाकरण और आर्थिक विकास के आउटलुक के वादे पर केंद्रित रही है। एलएमई के साथ पंजीकृत गोदामों में तांबे का भंडार 2005 के बाद सबसे निचले स्तर 75,700 टन पर पहुँच गया है। रद्द किये गये वारंट-डिलीवरी के लिए निर्धारित धातु-39% है और एलएमई बाजार में कम आपूर्ति की ओर संकेत करता है।
जिंक की कीमतें 229 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 232 रुपये, लेड की कीमतें 172 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 175 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। अंतरराष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन के अनुसार, 2021 में भारत में जिंक की खपत 14-15% बढ़ सकती है। निकल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 1,404 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,428 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। सबसे बड़े निकल उत्पादक देश इंडोनेशिया को अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला से निवेश का प्रस्ताव मिला है।
एल्युमीनियम की कीमतों में 172 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 175 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है। यह अनुमान है कि इलेक्ट्रिक वाहन में औसत एल्युमीनियम सामग्री की खपत लगभग 250 किलोग्राम होगी। इसलिए, इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और बिक्री में वृद्धि के बाद एल्युमीनियम की माँग आसमान छू जायेगी। स्टील के बजाय एल्युमीनियम का उपयोग, प्रदर्शन, सुरक्षा, ईंधन दक्षता और ईवीएस के स्थायित्व को बढ़ाता है, और कई पर्यावरणीय लाभ भी होता है। (शेयर मंथन, 23 फरवरी 2021)