बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है लेकिन उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली से इनकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि कीमतों में बहुत कम समय में तेजी से वृद्धि हुई है।
प्रमुख धातु उपभोक्ता चीन में लूनर नववर्ष के लिए एक सप्ताह के अवकाश के बाद माँग में बढ़ोतरी की संभावनाओं के साथ बाजार में आपूर्ति को लेकर चिंताओं के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। खुदरा बिक्री सहित बेहतर अमेरिकी आर्थिक आँकड़ों से, फेडरल रिजर्व द्वारा अपने आक्रामक रुख को बनाये रखने के संकेत, और आगे भी अमेरिकी स्टीमुलस की उम्मीद से महामारी से वैश्विक रिकवरी की संभावना बढ़ गयी है। तांबे की कीमतें 630-680 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। तांबे की कीमतों को सकारात्मक कारकों के समूह-जिसमें अमेरिकी स्टीमुलस, कमजोर डॉलर और ऐतिहासिक रूप से कम स्टॉक और बढ़ती मुद्रास्फीति की संभावना शामिल हैं-से मदद मिल रही है। अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं, ट्रासमिशन टावरों, कम लागत के आवास और ग्रामीण बुनियादी ढाँचे के विकास परियोजनाओं पर सरकार के खर्च से तांबे की माँग मजबूत बने रहने की उम्मीद है।
जिंक की कीमतें 225-245 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि लेड की कीमतें 168-180 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अंतरराष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन के अनुसार, 2021 में भारत में जिंक की खपत 14-15% बढ़ सकती है। निकल की कीमतें 1,350-1,410 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। वर्ल्ड ब्यूरो ऑफ मेटल स्टैटिस्टिक्स के आँकड़ों के अनुसार, जनवरी से दिसंबर के दौरान खदानों से उत्पादन 2019 कुल की तुलना में 321 हजार टन या लगभग 12% कम होकर 2273.5 हजार टन रह गया है।
एल्युमीनियम की कीमतें 168-178 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। यह अनुमान है कि इलेक्ट्रिक वाहन में औसत एल्युमीनियम सामग्री की खपत लगभग 250 किलोग्राम होगी। इसलिए, इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और बिक्री में वृद्धि के बाद एल्युमीनियम की माँग आसमान छू जायेगी। स्टील के बजाय एल्युमीनियम का उपयोग, प्रदर्शन, सुरक्षा, ईंधन दक्षता और ईवीएस के स्थायित्व को बढ़ाता है, और कई पर्यावरणीय लाभ भी होता है। (शेयर मंथन, 22 फरवरी 2021)