बेस मेटल की कीमतों में तेजी रुझान रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 770 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 760 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी डॉलर के 18 अक्टूबर के बाद से एक नयी ऊँचाई पर पहुँचने के कारण आज शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में नरमी रुझान है लेकिन एलएमई की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। डॉलर के मजबूत होने और बिजली संकट से शीर्ष धातु उपभोक्ता चीन में धीमी आर्थिक वृद्धि से माँग को कम होने की चिंता से कल तांबे की कीमतों में गिरावट हुई। बिजली की अधिक कीमतों और चीन में उत्सर्जन पर अंकुश लगाने के प्रयासों के कारण कुछ धातुओं का उत्पादन को कम हो गया है, लेकिन विश्लेषकों को चिंता है कि फैब्रिकेटर भी प्रभावित होंगे, जिससे खपत कम होगी।
जिंक में बिकवाली होने की संभावना है और कीमतों को 285 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 279 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। इंटरनेशनल लेड और जिंक स्टडी ग्रुप के अनुसार अगस्त में वैश्विक स्तर पर जिंक बाजार में घाटा घटकर जुलाई में 40,400 टन के संशोधित घाटे से कम होकर 14,900 टन रह गया है। लेड की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 185-190 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 1,555 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,585 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। एलएमई नकद निकल तीन महीने के कॉन्टैंक्ट की तुलना में 181 डॉलर प्रति टन के प्रीमियम पर है जो अक्टूबर 2019 के बाद से सबसे अधिक है, जो निकट भविष्य में कम आपूर्ति का संकेत देता है, क्योंकि पिछले चार महीनों में ऑन-वारंट एलएमई स्टॉक 58% गिरकर 75,246 टन हो गया है।
एल्युमीनियम की कीमतों को 231 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 226 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। मिस्टील कंसल्टेंसी ने बताया कि चीन के गुइझोऊ पावर ग्रिड ने 21 अक्टूबर को एक दस्तावेज जारी किया, जिसमें एल्युमीनियम स्मेल्टरों को बिजली के उपयोग को कम करने के लिए कहा गया, जिससे धातु की आपूर्ति प्रभावित हुई। (शेयर मंथन, 27 अक्टूबर 2021)