कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रह सकती है। कीमतों के 6,140-6,290 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
तेल की कीमतों में आज नरमी देखी जा रही है क्योंकि चीन ने कहा कि उसने आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए गैसोलीन और डीजल के भंडार जारी किये है जबकि निवेशकों ने 4 नवंबर को ओपेक प्लस की बैठक से पहले लांग पोजिशल को समाप्त कर दिया। राष्ट्रीय खाद्य और सामरिक भंडार प्रशासन ने रविवार को कहा है कि चीन ने बाजार में आपूर्ति बढ़ाने और मूल्य स्थिरता का समर्थन करने के लिए ईंधन के भंडार जारी किये है। सभी की निगाहें पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन, रूस और उनके सहयोगियों की 4 नवंबर होने वाली बैठक पर हैं और विश्लेषकों को उम्मीद है कि वे दिसंबर में प्रति दिन 4,00,000 बैरल आपूर्ति बढ़ाने की अपनी योजना पर टिके रहेंगे। तेल की कीमतें पिछले सप्ताह कई वर्ष के उच्च स्तर पर पहुँच गयी है। अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमिशन ने शुक्रवार को कहा कि मनी मैनेजर्स ने 26 अक्टूबर को समाप्त में अमेरिकी कच्चा तेल वायदा और ऑप्शंस में शुद्ध लॉन्ग पोजीशन को घटा दिया है। ऊर्जा सेवा फर्म बेकर ह्यूजेस कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि तेल की बढ़ती कीमतों के कारण अमेरिकी ऊर्जा फर्मों ने अक्टूबर में लगातार 15 वें महीने तेल और नेचुरल गैस रिगों की संख्या में बढ़ोतरी की है और कुल संख्या अप्रैल 2020 के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी हैं।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 400 रुपये के स्तर पर सहारा और 415 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 01 नवंबर 2021)