कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों के 6,250-6,400 रुपये दायरे मे कारोबार करने की संभावना है।
तेल की कीमतों में आज वृद्धि देखी जा रही है क्योंकि प्रमुख उत्पादक समूह ओपेक द्वारा पिछले महीने उत्पादन में वृद्धि के अनुमान से कम किये जाने के बाद आज कीमतों को मदद मिल रही है जबकि दुनिया के शीर्ष तेल उपभोक्ता चीन ने डीजल की माँग में वृद्धि को पूरा करने के लिए परिचालन दरों में वृद्धि की महामारी के बाद की माँग में बढ़ोतरी और प्रमुख उपभोक्ताओं से अधिक तेल की माँग के बावजूद पेट्रोलियम निर्यातक देशों से संगठन और रूस के नेतृत्व वाले सहयोगियों, द्वारा धीरे-धीरे मासिक उत्पादन में 4,00,000 बैरल प्रति दिन की वृद्धि के कारण तेल की कीमतें पिछले सप्ताह कई-वर्ष के उच्च स्तर पर पहुँच गया। अक्टूबर में ओपेक के तेल उत्पादन में वृद्धि नियोजित वृद्धि से कम हो गयी। सर्वेक्षण में पाया गया है कि ओपेक ने अक्टूबर में 27.50 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल की उत्पादन किया जो, सितम्बर महीने से 1,90,000 बैरल प्रति दिन की वृद्धि हुई लेकिन आपूर्ति सौदे के तहत 2,54,000 बैरल प्रति दिन की वृद्धि की अनुमति दी गयी थी।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 385 रुपये के स्तर पर सहारा और 405 रुपये पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 02 नवंबर 2021)