कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 6,870-6,980 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
पिछले सत्र में सात साल के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद आज तेल की कीमतों में राहत मिली क्योंकि यह स्पष्ट हो गया कि पूर्वी यूक्रेन में सेना भेजने के लिए रूस पर अमेरिकी और यूरोपीय प्रतिबंधें के पहले चरण से तेल आपूर्ति बाधित नहीं होगी। साथ ही, तेहरान और विश्व शक्तियों के साथ एक परमाणु समझौते को फिर से लागू करने के करीब पहुँचने से बाजार में अधिक ईरानी कच्चे तेल की संभावित वापसी से भी कीमतों की बढ़ोतरी पर रोक लगी। संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ द्वारा मंगलवार को लगाए गये प्रतिबंध रूसी बैंकों पर केंद्रित थे। दूसरी ओर ईरान से प्रति दिन 10 लाख बैरल से अधिक कच्चे तेल की की वापसी संभव है क्योंकि राजनयिकों ने कहा कि ईरान और विश्व शक्तियाँ तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने के लिए एक समझौते पर पहुँचने के करीब हैं। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन के अन्य सदस्य और उनके सहयोगी, जिन्हें ओपेक प्लस कहा जाता है, तेल के बुनियादी ढाँचे में कम निवेश के कारण अपने उत्पादन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे है, और ईरान को भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 335 रुपये के स्तर पर सहारा और 350 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 23 फरवरी 2022)