बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है। तांबे की कीमतें 757-763 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष के बढ़ने के बाद अमेरिका और यूरोप ने रूस पर प्रतिबंध लगाने के फैसले से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी डॉलर में बढ़ोतरी के कारण शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में गिरावट हुई जबकि एलएमई में भी कीमतों में नरमी का रुझान रहा। इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप के अनुसार वैश्विक स्तर पर रिफाइंड तांबे के बाजार में नवंबर में 79,000 टन की
कमी देखी गयी, जबकि अक्टूबर में 34,000 टन की कमी थी। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 1,820 रुपये पर सहारा और 1,865 रुपये पर रुकावट रह सकता है। रूस द्वारा पूर्वी यूक्रेन के दो अलग-अलग क्षेत्रों में सैनिकों को कार्रवाई का आदेश देने के बाद, जिससे मास्को पर युद्ध और प्रतिबंधें की आशंका बढ़ गयी जो रूसी निर्यात को बाधित कर सकती है, एल्युमीनियम और निकल की कीमतें कई वर्षो के उच्च स्तर पर पहुँच गयी।
रूस दुनिया के एल्युमीनियम का लगभग 6% और निकल का 7% उत्पादन करता है। आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 265 रुपये के सहारा के साथ 268 रुपये तक बढ़ सकती है। उच्च ऊर्जा लागत के कारण चीन और यूरोप में स्मेल्टर बंद होने और यूक्रेन पर रूस के साथ पश्चिम देशों के गतिरोध ने एल्युमीनियम की आपूर्ति को कम कर दिया है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के आँकड़ों के अनुसार जनवरी में वैश्विक स्तर पर प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन सालाना आधर पर 4.5% गिरकर 5.513 मिलियन टन हो गया। रियो टिंटो ने कहा है कि यूक्रेन संकट को लेकर मास्को पर संभावित अमेरिकी प्रतिबंध रूस के एल्युमीनियम उद्योग को प्रभावित कर सकते हैं। जिंक में बिकवाली हो सकती है और कीमतों को 294 रुपये पर सहारा और 298 रुपये पर रुकावट रह सकता है। लेड की कीमतें 183-186 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 24 फरवरी 2022)