वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल यानी डब्लूजीसी ने दूसरी तिमाही में सोने की मांग का आंकड़ा जारी किया है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में अप्रैल-जून में सोने की मांग में 43% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। भारत में सोने की मांग 43% बढ़कर 170.7 टन रहा है। वहीं गोल्ड डोर इंपोर्ट 34 टन से बढ़कर 70.3 टन दर्ज हुआ है। ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में भी 49% की बढ़ोतरी देखी गई और यह बढ़कर 140.3 टन के स्तर पर पहुंच गया है। यही नहीं अप्रैल-जून में सोने की रिसाइक्लिंग 19.7 टन से बढ़कर 23.3 टन दर्ज की गई। जहां तक सोने में निवेश की मांग का सवाल है तो यह 20% बढ़कर 30.4 टन के स्तर पर पहुंच गया है। इस दौरान सोने की औसत कीमत 3% बढ़कर $1871/औंस देखा गया। सोने की वैश्विक मांग में 8% की गिरावट देखी गई है और यह घटकर 948.4 टन पर पहुंच गया है। यही नहीं दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की ओर से भी सोने की खरीद में कमी देखी गई। केंद्रीय बैंकों ने 14% कम सोना खरीदा है। वहीं वैश्विक स्तर पर ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में 4% की मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली और यह बढ़कर 453 टन के स्तर पर पहुंच गया है। वैश्विक स्तर पर 41 टन इनफ्लो के मुकाबले 39 टन गोल्ड ETF में आउटफ्लो देखा गया। वैश्विक स्तर पर गोल्ड बार, सिक्के की मांग बिना बदलाव के 245 टन पर रही। वैश्विक स्तर पर सोने में निवेश की मांग 28% घटकर 206 टन रही है। डब्लूजीसी के मुताबिक वैश्विक स्तर पर सोने की आपूर्ति 5% बढ़कर 1192.7 टन रही।
(शेयर मंथन 29 जुलाई, 2022)