कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है।
कीमतों के 7,200-7,350 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना की संभावना है। तेल की कीमतों में आज बढ़त देखी जा रही है लेकिन इस सप्ताह में अभी तक लगभग 3% को गिरावट हुई है क्योंकि उपभोक्ता देशों ने बाधित रूस आपूर्तिको भरपायी करने के लिए आपातकालीन स्टॉक से 240 मिलियन बैरल तेल जारी करने पर सहमति व्यक्त की थी। विश्लेषकों ने कहा कि मई से वर्ष के अंत तक प्रति दिन लगभग 1 मिलियन बैरल तेल जारी करने से अल्पावधि में मूल्य वृद्धि को सीमित कर सकती है, लेकिन यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के लिए प्रतिबंधों के कारण कर रूस से आपूर्ति में कमी की भरपायी संभव नहीं है। लेकिन तेल का जारी किया जाना पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और अमेरिकी शेल उत्पादकों सहित अन्य उत्पादकों को उत्पादन में तेजी लाने से रोक सकता है, यहाँ तक कि तेल की कीमतों में लगभग 100 डॉलर प्रति बैरल के साथ भी। साथ ही रूसी कोयले पर प्रतिबंध लगाने की अपनी योजना के बाद, रूसी तेल पर प्रतिबंध के यूरोपीय संघ के विचार के कारण निकट अवधि में तेल की कीमतों में किसी भी गिरावट पर रोक लग सकती है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है लेकिन उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतों को 458 रुपये के स्तर पर सहारा और 480 रुपये के स्तर पर बाधा रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 08 अप्रैल 2022)