सोयाबीन की कीमतों में इंदौर में गिरावट हुई है लेकिन बढ़ती माँग के कारण कीमतों को मदद मिल रही है।
इंदौर में अधिक हाजिर माँग के कारण सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतें कल 0.6% की बढ़त के साथ बंद हुई।
कम आवक के बीच लगातार माँग के कारण सोयाबीन की कीमतों में इंदौर में कल बढोतरी हुई है ।
कम आवक के बीच लगातार माँग के कारण सोयाबीन की कीमतों में इंदौर में पिछले हफ्ते बढोतरी हुई है।
सोयाबीन की कीमतों में इंदौर में बढ़ोतरी हुई है लेकिन बढ़ती माँग के कारण कीमतों को मदद मिल रही है।
मौजूदा सीजन में कम बुआई क्षेत्रों की खबरों के कारण सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों को 3,600 रुपये के नजदीक सहारा रहने की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों में 3,355 के नजदीक सहारा और 3,390 रुपये पर बाधा रहने की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों के लिए 3,060 के स्तर के नजदीक बाधा रह सकती है।
सोयाबीन वायदा (मार्च) की कीमतों के 3,695 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है और बढ़त पर रोक लगी रह सकती है।
सोयाबीन वायदा (मई) की कीमतों के 3,750-3,800 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों को 3,570 रुपये के नजदीक सहारा बरकरार रहने की संभावना है, जबकि निचले स्तर पर खरीदारी के साथ शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) के कारण कीमतों में 3,635-3,650 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है।
सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 3,610 रुपये के पास सहारा रहने की संभावना है, जबकि कीमतों में बढ़त 3,665 रुपये तक सीमित रह सकती है।
सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 3,630 रुपये के पास सहारा रहने की संभावना है, जबकि कीमतों में 3,680 रुपये तक बढ़त हो सकती है।
कारोबारियों की ओर से नयी खरीदारी के कारण सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों में कल 2.3% बढ़ोतरी हुई।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों में कल 1.6% की गिरावट हुई।
सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतें पिछले सप्ताह बढ़त के साथ बंद हुई। अब कीमतों के 5,340-5,550 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है क्योंकि बाजार में नये सीजन की सोयाबीन की आवक हो रही है।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!