मौजूदा सीजन में कम बुआई क्षेत्रों की खबरों के कारण सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों को 3,600 रुपये के नजदीक सहारा रहने की संभावना है।
कृषि मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार गुरुवार तक किसानों ने 79.8 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुआई की है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 11% कम है। मध्य भारत के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में बारिश के बाद पिछले हफ्ते किसानों ने 27.8 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुआई की है। इस वर्ष मध्य प्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र में कम और देर से बारिश के कारण बुआई अभी तक कम हुई है। मध्य प्रदेश सोयाबीन की बुआई 8.1% कम और महाराष्ट्र में 17.3% कम हुई है।
सरसों वायदा (अगस्त) की कीमतें 3,960 रुपये के नजदीक के बाधा स्तर से नीचे ही रह सकती हैं, जबकि इन्हें 3,930 के नजदीक सहारा रह सकता है। सरसों की कीमतों के इसी दायरे में स्थिर रहने की संभावना है। उत्तर भारत में सरसों तेल की खपत वाले सीजन के कारण मिलों की ओर से अधिक माँग से कीमतों में तेजी का रुझान रह सकता है।
सोया तेल वायदा (अगस्त) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 733-738 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं, जबकि विश्व बाजार में खाद्य तेल की कीमतों में तेजी के रुझान पर सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतें 513-518 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। सीबोट में सोया तेल वायदा में जवाबी खरीद के बाद मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतें भी 1% की बढ़त के साथ 2,058 रिंगिट (करीब 34,561 रुपये) पर बंद हुई। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में 1.1% की बढ़त दर्ज की गयी है। (शेयर मंथन, 26 जुलाई 2019)
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