राजेश सतपुते
बाजार विश्लेषक
निफ्टी में हमने 7,500 से 18,880 तक की मजबूत तेजी देखी है और अब यह थोड़ा ठंडा होने का समय है। इसके कारण कुछ भी हो सकते हैं, मगर इसमें लंबे समय से एक गिरावट आनी बाकी है। फिबोनाकी रिट्रेसमेंट के अनुसार इसमें 23.6% वापसी (रिट्रेसमेंट) का स्तर 16,200 के पास और 38% वापसी का स्तर 14,540 के पास है। इस समय रणनीति और दृष्टिकोण सतर्कता वाला होना चाहिए और गिरावट के इस दौर को खरीदारी के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।
तकनीकी तौर से अगर निफ्टी 17,700 का स्तर तोड़े तो यह गिरावट ऊपर बताये स्तरों तक की हो सकती है। अगले छह महीनों में यानी जून 2023 के अंत तक निफ्टी 16,200 के स्तर के आस-पास रहने का अनुमान है। वहीं एक साल में यानी दिसंबर 2023 तक निफ्टी 14,500 का स्तर छू सकता है।
अगले छह महीनों में भारतीय बाजार को प्रभावित करने वाले कारकों में अमेरिका की आर्थिक मंदी और कोरोना महामारी प्रमुख हैं। अगले 12 महीनों में फार्मा और एफएमसीजी क्षेत्र बाजार से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, जबकि धातु (मेटल), बैंकिंग और आईटी का प्रदर्शन बाजार से कमजोर रहने का अनुमान है। अगले 12 महीनों में मेरे 5 सबसे पसंदीदा शेयर डिविस लैब, ऐक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचयूएल और आईटीसी हैं।
(स्पष्टीकरण : इन शेयरों में विश्लेषक या उनके ग्राहकों के हित हो सकते हैं।)
(शेयर मंथन, 16 जनवरी 2023)