2018 में म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) उद्योग के संपत्ति आधार में करीब 3 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ।
अस्थिर बाजार के बावजूद खुदरा निवेशकों और एसआईपी (SIP) के बेहतर प्रदर्शन से म्यूचुअल फंड योजनाओं को काफी सहारा मिला। ऐम्फी (AMFI) के आँकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2017 की समाप्ति पर 21.26 करोड़ रुपये के मुकाबले नवंबर 2018 तक संपत्ति अधीन संपदा (एयूएम) 13% की बढ़त के साथ 24 लाख करोड़ रुपये पर पहुँच गयी।
हालाँकि जानकारों का मानना है कि दिसंबर में तिमाही समाप्ति के कारण लिक्विड फंड्स में गिरावट हो सकती है, जिससे साल के अंतिम महीने के नतीजे कुछ सुस्त रह सकते हैं। निवेशकों की बात करें तो नवंबर तक म्यूचुअल फंड में नये 1.3 करोड़ नये निवेशक आये हैं।
मगर वृद्धि की रफ्तार देखें तो 2017 के मुकाबले म्यूचुअल फंड उद्योग की एयूएम कम तेजी से बढ़ी। 2017 में 32% या 5.4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की एयूएम बढ़ी थी।
हालाँकि जानकारों के अनुसार 2019 में म्यूचुअल फंड कंपनियों को और तेज वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि अभी म्यूचुअल फंड उद्योग ने अपना शिखर नहीं छुआ है। साथ ही बाजार नियामक सेबी (SEBI) द्वारा उठाये गये कई कदमों से भी म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 26 दिसंबर 2018)