आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट (Reliance Nippon Life Asset Management) के आईपीओ (IPO) में आवेदन करने की सलाह दी है।
यह आईपीओ 25 से 27 अक्टूबर के दौरान खुला रहेगा। इस आईपीओ में मूल्य का दायरा 247-252 रुपये का है और इसके माध्यम से कंपनी 1,512-1,542 करोड़ रुपये तक जुटाना चाहती है। रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट म्यूचुअल फंड (ईटीएफ सहित), प्रबंधित खाते या मैनेज्ड एकाउंट, पीएमएस, एआईएफ, पेंशन फंड ऑफशोर फंड और एडवाइजरी मैंडेट का प्रबंधन करने वाली कंपनी है। जून 2017 के अंत में इसकी कुल प्रबंधन अधीन संपदा (एयूएम) 3,62,550 करोड़ रुपये की है।
यह रिलायंस म्यूचुअल फंड का संपदा प्रबंधन करती है, जिसके पास 30 जून 2017 को समाप्त तिमाही का औसत एयूएम 2,22,964 करोड़ रुपये का था और निवेशक फोलिओ की कुल संख्या 70.1 लाख थी। 30 जून 2017 तक के अनुसार रिलायंस म्यूचुअल फंड कुल 229 म्यूचुअल फंड योजनाओं का प्रबंधन कर रहा है, जिनमें 55 योजनाएँ खुली अवधि (ओपन एंडेड) वाली और 174 योजनाएँ बंद अवधि (क्लोज एंडेड) वाली हैं। देश भर में इसकी 171 शाखाएँ और 58,000 वितरक हैं।
रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट ने वित्त वर्ष 2016-17 में 1,436 करोड़ रुपये की कुल आमदनी पर 402.76 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया था। 2017-18 की पहली तिमाही इसकी कुल आमदनी 394.80 करोड़ रुपये रही है और 402.76 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। 2013-17 के वित्त वर्षों में इसकी कुल आमदनी में 18.2% और शुद्ध लाभ में 15% की औसत वार्षिक चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ोतरी हुई है।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट भारत में तीसरी सबसे बड़ी एएमसी यानी संपदा प्रबंधन कंपनी है और इसके पास निवेशकों का एक बड़ा आधार है। इसके कुल 70.1 लाख निवेशक फोलिओ में खुदरा (रिटेल) फोलिओ की संख्या 67.2 लाख है। एक मजबूत वितरण नेटवर्क ने कंपनी को ऊँचा खुदरा एयूएम हासिल करने में मदद की है। मासिक औसत एयूएम के पैमाने पर कंपनी भारत में दूसरे स्थान पर है, जबकि सबसे बड़े 15 शहरों के अलावा अन्य शहरों (बी-15 शहरों) में मासिक औसत एयूएम के पैमाने पर यह सर्वप्रथम है।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट के मुताबिक 247-252 रुपये के मूल्य दायरे के ऊपरी छोर पर यह शेयर वित्त वर्ष 2016-17 की प्रति शेयर आय (ईपीएस) के आधार पर 38.3 के पीई अनुपात पर उपलब्ध है। इसके एयूएम और आमदनी में मजबूत वृद्धि, वित्तीय प्रदर्शन में स्थिरता और स्वस्थ रिटर्न अनुपातों के आधार पर आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने इस आईपीओ में आवेदन करने की सलाह दी है। (शेयर मंथन, 24 अक्टूबर 2017)
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