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उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Ujjivan Small Finance Bank) से बेहतर उज्जीवन फाइनेंशियल का शेयर

प्रकाश दीवान
इक्विटी प्रमुख, अल्टामाउंट कैपिटल मैनेजमेंट
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Ujjivan Small Finance Bank) में प्रमोटर हिस्सेदारी घटाने की अनिवार्यता थी, आरबीआई का नियम था, जिसकी वजह से इसका यह आईपीओ लाया गया।

इससे कोई मूल्यवर्धन तो हुआ नहीं। पहले से जो चीजें आपके पास थीं, उसको गणित के हिसाब से बाँट दिया। अब लोगों के लिए अंतर यह हो गया है कि माइक्रो-फाइनेंस व्यवसाय को अलग मूल्यांकन दिया जायेगा और स्मॉल फाइनेंस को अलग मूल्यांकन। इसमें स्मॉल फाइनेंस बैंक हमेशा ही कुछ बेहतर स्थिति में रहेगा। पहले संयुक्त रूप से होने के कारण उसे मूल्यांकन का जो प्रीमियम मिल रहा था, वह अब नहीं मिलेगा।
वैसे बाजार का झुकाव बदलता रहेगा। आज बाजार को एक व्यवसाय अच्छा लग रहा है, कल दूसरा लगेगा। दोनों में अंतर रहेगा ही, दोनों को एक जैसा मूल्यांकन मिले यह मुश्किल है। सीधी बात यह समझने वाली है कि इसे अलग करने से मूल्यांकन में कमी आयी है।
मेरा नजरिया है कि इन दोनों में मूल कंपनी उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज (Ujjivan Financial Services) कहीं बेहतर है। लेकिन यह री-रेटिंग इक्विटास वगैरह सबके साथ हो रही है। इसी तरह गृह फाइनेंस को लेने के बाद बंधन बैंक का हुलिया बदल गया। जो एक ही व्यवसाय वाली एनबीएफसी हैं, जैसे ग्रामीण या स्पंदन, उन्हें कहीं बेहतर मूल्यांकन मिल रहा है क्योंकि उसमें कोई खिचड़ी नहीं है। इसलिए मेरा तो कहना है कि इन दोनों (उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस और उज्जीवन) को छोड़ कर एकल व्यवसाय वाली कोई एनबीएफसी लेना सही है। लेकिन इन दोनों में से किसी में यदि निवेश रखना हो तो मूल कंपनी उज्जीवन ज्यादा बेहतर है।
अस्वीकरण (Disclaimer) : मेरे पास इन दोनों में से कोई भी शेयर नहीं है।
(शेयर मंथन, 12 दिसंबर 2019)

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