निवेशकों में उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Ujjivan Small Finance Bank) के आईपीओ (IPO) के लिए जोरदार माँग देखी गयी और यह साल का सर्वाधिक माँग वाला आईपीओ साबित हुआ है।
अक्टूबर में आये आईआरसीटीसी (IRCTC) के आईपीओ के लिए 112 गुना आवेदन आये थे, लेकिन देश के इस दूसरे सबसे बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंक के आईपीओ ने उसके रिकॉर्ड को पछाड़ दिया है। उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के आईपीओ के लिए 165.68 गुना आवेदन मिले हैं।
इस एसएफबी के आईपीओ में खुदरा निवेशकों (Retail individual investors- RIIs) के लिए आरक्षित श्रेणी में 49.09 गुना आवेदन मिले। दूसरी ओर गैर संस्थागत निवेशकों (NIIs) की ओर से इसके लिए 473 गुना आवेदन मिले हैं। पात्र संस्थागत खरीदारों (QIBs) की श्रेणी की ओर से 110.72 गुना आवेदन आये हैं। आईपीओ की कामयाबी के बाद इस एसएफबी के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 12 दिसंबर को सूचीबद्ध होंगे।
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का 750 करोड़ रुपये का आईपीओ इश्यू 02 दिसंबर को खुल कर 04 दिसंबर को बंद हुआ था। एसएफबी के आईपीओ में 10 रुपये अंकित मूल्य वाले शेयरों के लिए प्राइस बैंड 36-37 रुपये रखा गया था। निवेशकों को इश्यू में न्यूनतम 400 शेयरों और इसके गुणकों में आवेदन करना था। इस आईपीओ के जरिये एसएफबी के लगभग 12.39 करोड़ शेयर बेचे जा रहे हैं।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इस स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) को अक्टूबर 2019 में आईपीओ लाने की अनुमति दी थी। इस आईपीओ के बाद होल्डिंग कंपनी उज्जीवन फाइनेंशयल सर्विसेज की उज्जीवन एसएफबी में शेयरधारिता घट कर लगभग 85% हो जायेगी। बीएसई पर आज के कारोबार में उज्जीवन फाइनेंशयल सर्विसेज का शेयर नीचे की ओर 348.10 रुपये तक गया और अंततः 0.63% की गिरावट के साथ 352.75 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 06 दिसंबर 2019)
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